
1, हवाओ कुछ तो बतलाओ।
बजह ना उनके आने की।
कसम खा कर गए थे वह लौट कर सूरत दिखाने की
2. अगर मुमकिन नहीं था आ पाना कोई पैगाम तो दे दे
उन्होंने ठान ली है क्या हमारा दिल दुखाने की
3. दर औ दीवार देखेंगे हमारे हाल ए दामन को. करेंगे बात जब हंसकर सभी इस दिल दीवाने की.
4. जमाना जिक्र करता है जब मेरे सामने उनका. मुझे फुर्सत नहीं मिलती अब जरा भी मुस्कुराने की।।
लेखक
- हनुमान गौतम उर्फ जख्मी राही.8278620863






