
. जीत आपकी.
1. तुम एक कोशिश फिर करो, तुम्हारा जाता क्या है
2. फिर एक बार बन सकती है जीवन की सब बिगड़ी बात, बदल सकते हैं सब बुरे हालात, हो सकते हैं सब सपने साकार , तुम एक कोशिश फिर करो तुम्हारा जाता क्या है
3. हमेशा नहीं रहती है काली रात, आती है रोशनी रात गुजर जाने के बाद, कुछ भी नहीं जो दुर्गम हो कुछ भी नहीं जो असंभव हो, सब कुछ है तुम्हारे तुम्हारे कर्तव्यों के हाथ, तुम एक कोशिश फिर करो तुम्हारा जाता क्या है
4. फिर जल सकता है उमंगो का भुजा दिया, लौट सकती है जीवन की खोई हुई रौनक तुम इक कोशिश फिर करो तुम्हारा जाता क्या हे
5. सपने तुम्हारे हैं मंजिल तुम्हारी है पाना तुम्हें हे तुम किस से सलाह लेते हो तुम किससे से मशवरा लेते हो यह कोई जरूरी नहीं अपनी खुशी के लिए तुम एक कोशिश दिल से फिर करो तुम्हारा जाता क्या है।।
6. लेखक हनुमान गौतम उर्फ़ उर्फ़ जख्मी राही
8278620863







